मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) सरकार बनने के दो साल से अधिक समय बीतने के बाद अब पूरे रौ में आ गए हैं। विकास कार्याें में लापरवाही और जनशिकायतों पर कार्रवाई प्रारंभ कर दिए हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में बिजली विभाग द्वारा अंडरग्राउंड केबिल बिछाया जा रहा है। इस काम में जबर्दस्त धांधली की गई है। बीते दिनों मामला नगर विधायक डाॅ.राधामोहन दास अग्रवाल तक पहुंचा। उन्होंने स्वयं मौके पर पहुंच कर हकीकत जानी। उन्होंने अंडरग्राउंड वायरिंग काम में पाया कि मानक के अनुरूप न ही केबिल डाले गए हैं न ही तय तरीके से काम किए गए हैं। इस भ्रष्टाचार को नगर विधायक डाॅ.राधामोहन दास अग्रवाल ने प्रमुखता से उठाया। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा।
रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलीय समीक्षा बैठक की। बैैठक में उन्होंने विभिन्न विकास कार्याें की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने पडरौना और तमकुहीराज में बदहाल बिजली व्यवस्था पर दोनों एक्सईएन को हटाने का आदेश दिया। वहीं महराजगंज की समीक्षा के दौरान उन्होंने महराजगंज सदर एसडीएम को हटाने का आदेश दिया। इसके अलावा स्वास्थ्य योजनाओं में लापरवाही से नाखुश सीएम ने देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज के सीएमओ व डिप्टी सीएमओ को चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण मांगा।
कुशीनगर में बैैैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सीधे गोरखपुर पहुंचे। यहां भी अधिकारियों संग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैैठक के दौरान अंडरग्राउंड केबिलिंग में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर तत्काल प्रभाव से तीन बिजली अधिकारियों को निलंबित कर दिया।